जल विद्युत परियोजना Hydro Power Projects in India Hindi

 जल विद्युत यह ऊर्जा का नवीकरण योग्य , सस्ता , सुलभ , गैर – प्रदूषक व पर्यावरण अनुकूल स्रोत है ।

ऊर्जा संसाधनों का विकास औद्योगिक विकास का सूचक है । हमारे देश में व्यापारिक स्तर पर प्रयोग किए जाने वाले तीन प्रमुख ऊर्जा संसाधन हैं –

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इसके लिए बाँधों के पीछे जलाशयों की निर्माण किया जाता है तथा जल को ऊंचाई से गिराकर टरबाइन व विद्युत जनरेटर चलाए जाते हैं । इस प्रकार जल की स्थैतिक ऊर्जा को गतिज ऊर्जा में बदलकर विद्युत का उत्पादन किया जाता है । भारत में प्रकृति ने विशाल जल संसाधन उपलब्ध कराए हैं , जो हमारी विद्युत आवश्यकताओं की पूर्ति करने की क्षमता रखते हैं , परंतु अभी इनका अल्प विकास हो सका है ।
यही कारण है कि , भारत ताप विद्युत पर अधिक निर्भर है ।

 

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भारत के प्रमुख जल विद्युत् केन्द्रों की सूची | Important Hydro power Centers India

भारत की प्रथम जल विद्युत परियोजना कर्नाटक के शिवसमुद्रम में 1902 ई . में प्रारंभ की गयी थी । वर्तमान समय में भारत में अनेक जल विद्युत परियोजनाएँ कार्यरत हैं , जिनमें कुछ को राष्ट्रीय संपत्ति का दर्जा भी प्राप्त है । अरुणाचल प्रदेश में निर्माणाधीन लोअर सुबनसिरी देश की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है ।
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पूरा होने के बाद यह 2000 मेगावाट विद्युत का उत्पादन करेगी । वर्ष 1975 में राष्टीय जल विद्युत निगम ( एनएचपीसी ) की स्थापना किए जाने के बाद से जल विद्युत के उत्पादन में पर्याप्त सुधार हुआ वर्तमान समय में 60 प्रतिशत लोड फैक्टर पर जल विधुत की कुल स्थापित क्षमता 84 ,000 मेगावाट है ।

लघु जल विद्युत परियोजनाओं की संभावित क्षमता भी लगभग 15 , 000 मेगावाट है ।
इस प्रकार जल विद्युत के विकास के दिशा में अनेक महत्वपूर्ण प्रयास हो रहे हैं , परंतु अभी भी इनके विकास की असीम संभावनायें हैं 18 अक्टूबर 2016 को प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के मंडी में निम्नलिखित
03 जलविद्युत परियोजनाएँ राष्ट्र को

1 . पार्वती – III जलविद्युत परियोजना 

पार्वती जलविधुत  परियोजना का चरण -III कुल्लू जिले ( हिमाचल प्रदेश ) में स्थित है , जो यह भारत सरकार के उपक्रम NHPC लिमिटेड की परियोजना है । 
43 मीटर ऊँचे रॉकफिल बाँध भूमिगत पॉवर हाउस व 10 . 58 किमी . लम्बी जल कंडक्टर प्रणाली के साथ पार्वती – III जलविद्युत परियोजना एक रन ऑफ द रिवर परियोजना है । इस संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता 520 मेगावॉट ( 4×130 मेगावॉट ) है । 
 
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2 . कोलडैम जलविद्युत परियोजना koldam hydropower project

कोलडैम जलविद्युत परियोजना हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में सतलुज नदी पर स्थित है । इस परियोजना की कुल संस्थापित क्षमता 800 मेगावॉट ( 4×200 मेगावाट ) हा कोलडैम जलविद्युत परियोजना से उत्पादित 13 % विद्युत ( 12 % गृह राज्य का भाग एवं 1 % स्थानीय क्षेत्र विकास निधि हेतु ) की नि : शुल्क आपूर्ति गृह राज्य हिमाचल प्रदेश को की जाएगी । 

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3 . रामपुर जलविद्युत परियोजना

 
यह परियोजना 412 मेगावॉट स्थापित क्षमता के साथ संचालित की जा रही है । रामपुर जलविद्युत परियोजना मिनीरल कंपनी SIVN द्वारा क्रियान्वित की गई है । जल

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