स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है।
दुनिया भर में कोरोना वायरस के केस लगातार सामने आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूएचओ ने कोरोना वायरस को अंतर्राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है।
Corona
- चीन से बाहर 18 देशों में कोरोना वायरस के 82 मामलों की पुष्टि हुई है।
- कोरोना वायरस के थाईलैंड में 14, जापान में 11, सिंगापुर में 10, दक्षिण कोरिया में चार, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया में सात-सात, अमेरिका और फ्रांस में पांच-पांच , जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात में चार-चार और कनाडा में कोरोना के तीन मामलों की पुष्टि हुई है।
क्या है कोरोना वायरस?
- कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है।
- इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है, इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था।
- डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं।
- अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
- इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं।
- यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है।
- यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था. इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।
क्या हैं इससे बचाव के उपाय?
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं.
- इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
- खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें।
- अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
चीन इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है.चीन में नववर्ष की छुट्टियां बढ़ा दी गई है. इस वायरस के चलते पर्यटकों की संख्या घट सकती है. इसका सीधा असर चीन की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. पहले ही चीन की अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर में है. कई देशों ने अपने नागरिकों से कोरोना प्रभावित
वुहान नहीं जाने के लिये कहा है।.
कई देशों ने वुहान से आने वाले लोगों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. रूस ने चीन के साथ अपने पूर्वी बॉर्डर को भी बंद कर दिया है।
लगभग 18 साल पहले सार्स वायरस से भी ऐसा ही खतरा बना था. 2002-03 में सार्स की वजह से पूरी दुनिया में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. पूरी दुनिया में हजारों लोग इससे संक्रमित हुए थे. इसका असर आर्थिक गतिविधियों पर भी पड़ा था।
और जैसा कि हम जानते है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर दिया है।
तो हमें इस बिमारी को बहुत गंभीरता से लेना होगा और इससे बचने का हर संभव प्रयास करना होगा।
और अगर आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों और जानने वाले के साथ शेयर करें।
Related post:
Asia is the leading producer of rice in hindi
Indian mountain ranges in hindi